Be Happy Review: पिता-पुत्री के खूबसूरत रिश्ते पर आधारित है फिल्म, रेमो से कई मामलों में हो गई चूक
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। कोरियोग्राफर से निर्देशक बनें रेमो डिसूजा उन फिल्ममेकर्स में हैं जिन्हें डांस आधारित फिल्मों से खासा लगाव रहा है। उनकी पूववर्ती फिल्म एबीसीडी : एनी बडी कैन डांस में डांस कंप्टीशन था। इसकी सीक्वल एबीसीडी 2 में यह क्रम जारी रहा और दर्शकों को उन्होंने खूब झूमाया। फिर स्ट्रीट डांसर 3 डी लेकर आए जो दर्शकों को थिरकाने में नाकामयाब रही। अब बी हैप्पी के जरिए एक बार फिर रेमो डांस की पृष्ठभूमि में पिता पुत्री की भावनात्मक कहानी को लाए हैं जिसमें डांस तो है लेकिन पैर थिरकते नहीं हैं। शीर्षक भी कहानी से मेल नहीं खाता है।
क्या है फिल्म की कहानी?
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पांच साल बाद रेमो की निर्देशन में वापसी
निर्देशक से कहां हुई चूक
फिल्म में रियलिटी शो के एक्ट को शानदार तरीके से प्रस्तुत करने में वह चूक गए है। मुंबई आने पर कोई भी धारा से दोस्ती क्यों नहीं करता? उसकी वजह रेमो ही बेहतर बता पाएंगे। उसी तरह रियलिटी शो में चयन प्रक्रिया में भाग लेने के दौरान ही नर्वस दिखती है फिर सब आसानी से होता दिखता है। धारा की मां का डांस से क्या लगाव रहा इस पर भी फिल्म बात नहीं करती है। फिल्म में नासर ही एकमात्र किरदार है जो तमिल बोलता है। बाकी किरदार सपाट हिंदी में यह भी थोड़ा अटपटा लगता है।
अभिषेक बच्चन की तारीफ तो बनती है
अभिषेक अपनी उम्र से मेल खाते पात्रों को इन दिनों तरजीह दे रहे हैं। बीते दिनों रिलीज फिल्म आइ वांट टू टाक में अभिषेक एक बेटी के पिता की भूमिका में दिखे थे। अब बी हैप्पी में एक बार फिर पिता की भूमिका में हैं। यहां पर उनके किरदार में कई परतें हैं। एक सख्त पिता से लेकर धारा का डांस पार्टनर बनना हो या उसके मनोबल को बनाए रखने को लेकर बैकिंग की भाषा में समझाना अपनी इस भूमिका में वह जंचते हैं। फिल्म का आकर्षण इनायत वर्मा हैं।
जबरदस्ती डाले गए कई किरदार
डांस परफॉर्मेंस हो या भावनात्मक दृश्य वह अपनी भूमिका को शिद्दत से जीती नजर आती हैं। दोनों इससे पहले फिल्म लूडो में भी एकसाथ काम कर चुके हैं। मैगी की भूमिका में नोरा फतेही को डांस दिखाने का मौका मिला है लेकिन चेहरे पर भावों की कमी साफ झलकती है। नाना की भूमिका में नासर याद रह जाते हैं। जानी लिवर का किरदार अधकच्चा है। वह बेवजह ठूंसा गया लगता है।
फिल्म में डायलाग है कि फाइनल में जीत या हार नहीं परफार्मेंस मायने रखती है। तीन डांस आधारित फिल्में बना चुके रेमो को इस संवाद की तरह अब डांस आधारित फिल्म में कुछ नया परफार्म करने की जरूरत है। यह भी पढ़ें: Nepotism के मुद्दे पर पहली बार बोले Amitabh Bachchan, बेटे अभिषेक बच्चन के लिए लिखे इस पोस्ट से मिली हिम्मत