Chaitra Navratri 2025 Kanya Pujan Adopt These Values In This Navratri Respect Women - Amar Ujala Hindi News Live
Chaitra Navratri 2025: देवी दुर्गा को समर्पित पर्व नवरात्रि में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है। माता का हर स्वरूप नारी सशक्तिकरण के लिए प्रेरित करता है। इस दौरान नवरात्रि में कन्या पूजन का महत्व है। कहते हैं बिना कन्या पूजन नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है। कन्या पूजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि नारी शक्ति के प्रति सम्मान और श्रद्धा प्रकट करने का प्रतीक है।
Trending Videos
हिंदू धर्म में कन्या को देवी का स्वरूप माना जाता है और नवरात्रि के अंतिम दिनों में नौ कन्याओं को भोजन कराकर उनका पूजन किया जाता है। यह परंपरा हमें यह संदेश देती है कि हर नारी में देवी का वास है और उसका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। हालांकि लोग कन्या पूजन के मौके पर नन्ही बच्चियों को तो स्नेह और सम्मान देते हैं लेकिन महिलाओं को सम्मान देना भूल जाते हैं। कन्या पूजन से इस बात को समझें कि हर महिला सम्मान योग्य है। यहां आपको नारी सम्मान के लिए कुछ आचरणों को अपने जीवन में शामिल करने के टिप्स दिए जा रहे हैं।
नारी सम्मान के लिए अपनाएं ये आचरण
समानता का भाव
महिलाएं पुरुषों या परिवार में किसी से भी कम नहीं हैं। आपको उन्हें बराबरी का दर्जा देना चाहिए। महिलाओं को परिवार, कार्यस्थल और समाज में समान अधिकार मिलें, यह सुनिश्चित करें।
समान अवसर
बेटियों को समान अवसर दें। शिक्षा, करियर और जीवन के हर क्षेत्र में लड़कियों को प्रोत्साहित करें ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
सुरक्षा को प्राथमिकता दें
महिला सुरक्षा हर नागरिक की प्राथमिकता होनी चाहिए। ये केवल परिवार तक सीमित नहीं बल्कि समाज को भी महिलाओं के प्रति सम्मानजनक वातावरण बनाएं।