सांसद हेमा मालिनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मथुरा के विकास के लिए 1383.40 करोड़ रुपये की मांग की है। उन्होंने सीवरेज गंगाजल बिजली और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी का मुद्दा उठाया। उनका कहना है कि पर्याप्त संसाधनों के अभाव में श्रद्धालुओं के बीच मथुरा की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने राधा-कृष्ण लीलास्थली के विकास के लिए एक विशेष टीम गठित करने का भी आग्रह किया है। सांसद ने शहर के विकास को मांगे 1383.40 करोड़ रुपये जागरण संवाददाता, मथुरा। सांसद हेमा मालिनी ने शहर के विकास का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा के समक्ष प्रमुखता से रखा। सीवरेज, गंगाजल, बिजली, नगर निगम में संसाधनों की कमी की समस्या को रखा। कहा, श्रीराधा-कृष्ण की नगरी में बहुत समस्याएं हैं।
शहर के आधे से अधिक वार्ड ऐसे हैं, जहां की जनता मूलभूत सुविधाओं से तक वंचित है। विभिन्न समस्याओं के कारण आराध्य के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की नजर में कान्हा की नगरी की छवि धूमिल हो रही है। सांसद ने विकास के लिए विशेष पैकेज मांगा।
नगर विकास विभाग की बैठक में शमिल हुईं हेमा मालिनी
सांसद हेमा मालिनी लखनऊ में नगर विकास विभाग की आयोजित बैठक में शामिल हुईं। उन्होंने यहां नगर विकास मंत्री के समक्ष कहा धर्म की नगरी में भगवान श्रीकृष्ण की शहर एवं देहात क्षेत्र में लीलास्थली हैं। इनके दर्शन के लिए देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं। लेकिन, यहां सुविधाएं बहुत कम हैं।
आबादी क्षेत्र में साफ सफाई की आवश्यकता रहती है। नगर निगम के पास अपर्याप्त संसाधन एवं कर्मचारी हैं, जिससे शहर हर समय साफ रखना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में मथुरा संसदीय क्षेत्र एवं शहरी क्षेत्र के लिए पूर्व में भेजे गए विशेष पैकेज स्वीकृत किए जाएं, ताकि कान्हा की नगरी का समेकित विकास हो सके।
महाप्रबंधक जल ने बताया बीते दिनों सांसद ने प्रस्ताव मांगे थे, जो उपलब्ध कराए हैं।
सीवर के लिए मांगे 511 करोड़ रुपये
सांसद ने मुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्री को दिए पत्र में कहा है कि नगर निगम क्षेत्र में 1,94,804 घरेलू भवन हैं। क्षेत्र के मात्र एक तिहाई से कम भाग में ही सीवरलाइन हैं। इसके लिए 511 करोड़ रुपये की जरूरत है। जल निगम नगरीय से इसके लिए 511 करोड़ रुपये की योजना भेजी जा चुकी है, कृपया धनराशि स्वीकृत की जाए, ताकि शहर स्वच्छ व साफ हो सके।
राधा-कृष्ण की लीलास्थल के सर्वे को गठित की जाए टीम
सांसद ने एक पत्र जिलेभर में राधा-कृष्ण की लीलास्थली के विकास के संबंध में दिए है। इसमें कहा है कि मथुरा विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यहां वर्षभर तीर्थयात्रियों का आवागमन रहता है। नगर निगम के साथ नगर पालिका व नगर पंचायतों में भी संसाधनों एवं आधारभूत संरचनाओं की उपलब्धता नहीं है।
नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में एक टीम गठित कर संसदीय क्षेत्र की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर बैठक कराने की कृपा करें, ताकि नगर निकाय की एक वृहद परियोजना बनाई जा सके।
गंगाजल का भी उठाया मुद्दा
सांसद ने शहरी जनता की पेयजल किल्लत का भी मुद्दा रखा। उन्होंने बताया, नगर निगम की आबादी पहले से काफी बढ़ गई है। नगर निगम में 70 वार्ड हैं। शहरी नागरिकों के लिए 132 एमएलडी पेयजल की जरूरत है। लेकिन, नगर निगम मात्र 90 एमएलडी ही उपलब्ध करा पा रहा है।
उन्होंने बेहतर सफाई के लिए संसाधन मांगे। वहीं बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए भी विशेष पैकेज मांगा। कहा मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना में बेहतर आपूर्ति की जरूरत है। इसके लिए छटीकरा में आवास विकास की कालोनी, राजपुर वृंदावन, सुनरख, गोवर्धन में डींग रोड व बरसाना टाउन में बिजली उपकेंद्र बनाए जाएं। इसके लिए भूमि का आवंटन प्रतीक्षित है।
सीएम ने दिया रेल लाइन के लिए प्रस्ताव भेजने का आश्वासन
मथुरा-वृंदावन रेल लाइन का काम काफी समय से ठप है। सांसद की पहल पर रेलवे नीचे सड़क और ऊपर एलिवेटेड रेल ट्रैक बनाने के लिए रेलवे राजी हो गया है। ऐसे में सड़क राज्य सरकार को बनानी है और इसके लिए प्रस्ताव देना है।
सांसद ने मुख्यमंत्री से कहा कि रेल प्रबंधन सड़़क बनाने को भूमि देना चाहती है, राज्य सरकार इसके लिए प्रस्ताव भेजे। सीएम ने प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया है। वहीं ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग केंद्र सरकार से जल्द स्वीकृत कराने के साथ ही बांकेबिहारी गलियारा के लिए जल्द काम शुरू कराया जाएगा।
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