जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी में मनाया गया 5वां स्थापना दिवस
जयपुर स्थित जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी में 23 नवम्बर 2016, बुधवार को जेके ऑर्गेनाइजेशन के संस्थापक स्व. लाला लक्ष्मीपत सिंघानिया जी की 106वीं जन्मतिथि के उपलक्ष्य में फाउंडर्स डे का आयोजन किया गया।
जेके ऑर्गेनाइजेशन 100 से भी अधिक वर्षों की समृद्ध विरासत के साथ देश की अग्रणी भारतीय औद्योगिक कंपनियों के संगठनों में से एक है। लक्ष्मीपत सिंघानिया के अनुसार उच्च शिक्षा और मैनेजमेंट कौशल ही भारतीय उद्योग और अर्थव्यवस्था को न केवल घरेलू स्तर पर अपितु विश्व स्तर पर विकसित करने के लिए जरूरी है। उनके नोबल विजन के तहत जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी एवं लक्ष्मीपत सिंघानिया एजुकेशन फाउंडेशन का निर्माण युवाओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने हेतु किया गया है।
इस उपलक्ष्य के दौरान पद्म भूषण डॉ. मृत्युंजय अथरेया, फैकल्टी ऑफ आईआईएम-कोलकाता और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, चीफ गेस्ट के रूप में उपस्थित थे। डॉ. अथरेया को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों के तहत भारत सरकार द्वारा सन् 2014 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में डॉ. अथरेया ने वाइस चांसलर, फैकल्टी, छात्रों और एलुमिनी एवं उपस्थित गणमान्यों को भारत और चीन के बीच बढ़ रहे वर्तमान प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के अंतर के बारे में अवगत कराया और इस अंतर को कम करने की दिशा में प्रयत्नशील रहने की सलाह दी। उन्होंने छात्रों को आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि “एक आंत्रप्रेन्योर बार-बार विफल होने के बाद भी मजबूत इरादों के साथ सफलता प्राप्त करने की काबिलियत रखता है।”
इसके साथ ही डॉ. अथरेया ने वर्तमान विमुद्रीकरण के बारे में कहा कि देश में संचित विशाल काले धन के खिलाफ सरकार द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है। इस कदम को बेहतर बनाने के लिए लोगों का विशाल बहुमत ही इस अच्छे उद्देश्य की सफलतापूर्वक पूर्ति कर पाएगा।
जेके ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसीडेंट श्री भरत-हरी सिंघानिया ने अपने सम्बोधन में स्व. लाला लक्ष्मीपत सिंघानिया जी के द्वारा किए गए नोबल कार्यों की सराहना करते हुए उनके विजन को आगे बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयासरत रहने का आश्वासन दिया इसके अलावा उन्होने यूनिवर्सिटी के विजन पर आधारित शिक्षाप्रणाली द्वारा छात्रों को बौद्धिक, नैतिक और भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति के अनुरूप नवीन सोच और सकारात्मक दृष्टिकोण के गठन के माध्यम से वैश्विक स्तर पर तैयार करने की सलाह दी।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. आर.एल. रैना ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों, फैकल्टी, स्टाफ एवं छात्रों का स्वागत करते हुए यूनिवर्सिटी के द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों से रूबरू करवाया। अपने स्वागत भाषण में डॉ. रैना ने जेके ऑर्गेनाइजेशन के संस्थापक स्व. लाला लक्ष्मीपत सिंघानिया जी के विजन का एक हिस्सा होने में अपनी खुशी व्यक्त की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, ‘हम युवा छात्रों के बीच मानवतावाद, सहिष्णुता एवं तर्क के प्रमुख गुण को विकसित करते हुए, यूनिवर्सिटी को उत्कृष्टता के पथ पर ले जाने के साथ-साथ भारत में अग्रणी यूनिवर्सिटी बनने के उद्देश्य के लिए भी प्रयासरत रहेंगे।