पेरिस. फ्रांस में पिछले चार हफ्तों से मंहगाई और पेट्रोल-डीजल पर बढ़े टैक्स को लेकर प्रदर्शन जारी है। शनिवार को देशभर में करीब 1.25 लाख लोगों ने मार्च निकाला। प्रदर्शनों में हिंसा को रोकने के लिए फ्रांस सरकार ने 90 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया है। पेरिस में 10 हजार लोगों के प्रदर्शन को नियंत्रित रखने के लिए प्रशासन ने 8 हजार पुलिसवाले तैनात किए। कुछ जगहों पर आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले यलो वेस्ट प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस से लेकर रबर बुलेट्स का भी इस्तेमाल किया।
फ्रेंच मीडिया के मुताबिक, अब तक 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया जा चुका है। इसके अलावा 720 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि हिंसा पिछले हफ्ते के मुकाबले काफी हद तक नियंत्रित कर ली गई है।
प्रधानमंत्री ने की एकता बनाए रखने की अपील
इसी बीच फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुअर्ड फिलिप ने लोगों से राष्ट्रीय एकता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी तरह के टैक्स से हमारी एकता बर्बाद नहीं हो सकती। हमें बातचीत के जरिए दोबारा इस मामले में साथ आना चाहिए। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वालों से सरकार से सीधे बात करने के लिए कहा।
बेल्जियम में भी शुरू हुए प्रदर्शन
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में चल रहे यलो वेस्टप्रदर्शन के तहत यहां भी पुलिस ने 450 लोगों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी। फ्रांस की तरह ही बेल्जियम में मौजूदा आंदोलन तेल की कीमतों में बढ़ोतरी, कम आय, बेरोज़गारी, शिक्षा नीति और कड़े श्रम क़ानून के विरोध में किया जा रहा है।